आजकल के डिजिटल जर्नी में ब्लॉगिंग एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन चुका है जहां पर हर कोई आना चाहता है। लेकिन वो Common Blogging Mistakes कर लेते हैं। जो अभी-अभी ब्लागिंग में बिगनर है या शुरू करने वाले हैं वह भी इस प्लेटफार्म पर आना चाहते हैं क्योंकि लोगों के लिए इनफॉरमेशन लिखना और लोगों को नॉलेज देना यह सब ब्लॉगर को अच्छा लगता है। लेकिन जब नए ब्लॉगर इस ब्लॉगिंग फील्ड में आते हैं तो उन्हें बहुत आसान लगता है। इसलिए वे फटाफट काम करके पैसा कमाना चाहते हैं इससे उन्हें यह पता नहीं चलता कि वह जो काम कर रहे हैं वह तरीका गलत है
क्योंकि लोगों को इनफॉरमेशन देने से पहले हमारे पास इनफॉरमेशन होनी चाहिए, तब जाकर हम लोगों को समझा सकते हैं और बता सकते हैं। क्योंकि नए ब्लॉगर को नहीं पता कि लंबा और बोरिंग कंटेंट लिखने से Adsense अप्रूवल में प्रॉब्लम आ सकती है क्योंकि ऐडसेंस को इंगेजिंग और वैल्युएबल कंटेंट पसंद है जो यूजर के इंटरेस्ट के हिसाब से हो। अगर आपका कंटेंट लंबा है लेकिन आपके कंटेंट में कोई इनफॉरमेशन नहीं है तो विजिटर को अट्रैक्ट करने में दिक्कत होगी। इसलिए नए कंटेंट पर काम करने के कुछ नए तरीके हैं जो मैं आपको बताने वाला हूं
Common Blogging Mistakes in Hindi]
आज के इस पोस्ट में हम ब्लॉगिंग की कुछ Common Mistakes के बारे में बताएंगे जो अक्सर नए ब्लोगर ही करते हैं जिसके कारण उन्हें ब्लॉगिंग के सफर में सफलता नहीं मिलती और वह हार कर इस ब्लॉगिंग के जर्नी को छोड़ देते हैं यदि आप चाहते हैं कि आपके साथ ऐसा ना हो तो आप इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।
ब्लॉगिंग हमेशा से घर बैठे ऑनलाइन पैसे कमाने का एक महत्वपूर्ण तरीका माना जाता है और इसके कारण बहुत से ब्लॉगर महीने का लाखों रुपए कमा रहे हैं। यदि आप भी एक सफल प्रो ब्लॉगर बनकर इस ब्लॉगिंग फील्ड से बहुत सारा पैसा कमाने को सोच रहे हो। तो आपको मेरे बताए गए steps को फॉलो करने होंगे और प्रैक्टिकल करना होगा।
#1 – लंबा और बोरिंग कंटेंट लिखना
नया कंटेंट लिखने का मतलब होता है विजिटर को एंगेज करना और उनके इंटरेस्ट को जगाना। लंबा और बोरिंग कंटेंट न सिर्फ रीडर को बोर कर सकता है बल्कि इससे ऐडसेंस अप्रूवल भी रिजेक्ट हो सकता है। आप चिंता मत कीजिए मैं आपको कुछ तरीके बताने वाला हूं जो आपको नए और इंगेजिंग कंटेंट तैयार करने में मदद करेंगे।
1. Target Audience ki Samajh
पहले से ही समझ लेना कि आपका target audience कौन है और उनकी पसंद और रीजन क्या है। नए कंटेंट तैयार करने का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
2. Niche Research
अपने Niche Research करके उन टॉपिक को चुने जो आपके रीडर को पसंद है उनकी समस्याओं का समाधान बताइये। इसे आप उनकी दिलचस्पी को बढ़ा सकते हैं।
3. Engaging Content Format
मल्टीमीडिया का उपयोग करना जैसे की images, videos, infographics aur quizzes, यह सभी चीज आपके कंटेंट को प्रभावित और attractive बनता है
4. Storytelling
स्टोरी टेलिंग के माध्यम से अपने कंटेंट को effective बना सकते हैं। जिससे आपके विजिटर आपके कंटेंट को पढ़कर मोटिवेट हो सकते हैं। [Common Blogging Mistakes in Hindi]
#2 – गलत Blogging Niche को Select करने के नुकसान
गलत blogging niche सेलेक्ट करने से कई नुकसान हो सकते हैं जब हम गलत niche चुनते हैं, जो हमारे इंटरेस्ट और ऑडियंस के साथ मैच नहीं करता, तो हमारी वेबसाइट की रैंकिंग पे असर पड़ सकता है, यह नुकसान नए ब्लॉगर के लिए खास तौर पर बुरा हो सकता है क्यों की यह उनकी ऑनलाइन पेशेंस और क्रिएटिविटी को प्रभावित कर सकता है, गलत निस से जुड़ी वेबसाइट कम ट्रैफिक और इंगेजमेंट एक्सपीरियंस कर सकती है, जिससे रेवेन्यू भी कम हो सकता है. इसलिए, सही निस का चयन करना एक नए ब्लॉगर के लिए महत्वपूर्ण कदम है, जो उनकी ब्लॉगिंग जर्नी को सफल बनाने में मदद करता है. [Common Blogging Mistakes in Hindi]
#3 – blogging में सब्र ( इंतजार ) की कमी
ब्लागिंग में सब्र ( इंतजार ) का महत्व बेहद जरूरी है और पेशेंस की कमी से कई नुकसान हो सकते हैं जब एक ब्लॉगर पेशेंस की कमी करता है तो उसकी वेबसाइट की रैंकिंग पै असर पड़ सकता है पेशेंस की कमी से नए कंटेंट को प्रमोट करने और ऑडियंस को बिल्ड करने में दिक्कत आ सकती है एक नए ब्लॉगर को सक्सेस पाने के लिए पेशेंस एक महत्वपूर्ण गुण है क्योंकि blogging एक कंसिस्टेंट और ग्रैजुएल प्रक्रिया है पेशेंस के बिना नए ब्लॉगर अपने ब्लॉगिंग जर्नी में फ्रस्ट्रेशन महसूस कर सकते हैं और हार मान सकता है हैं इस तरह की गलतियां नए ब्लॉगर को अवॉइड करनी चाहिए और पेशेंस को मेंटेन करके अपने ब्लॉगिंग गोल की तरफ कंसिस्टेंट तौर पर बढ़ाना चाहिए। [Common Blogging Mistakes in Hindi]
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#4 – blogging में Multi Niche Blog बनाना
ब्लॉगिंग की जर्नी मैं मल्टी निस ब्लॉग बनाना एक प्रशंसा के योग कदम हो सकता है लेकिन यह नए ब्लॉगर के लिए चैलेंजिंग भी हो सकता है मल्टी निस ब्लॉक बनाने से नए ब्लॉगर को अलग-अलग टॉपिक पर लिखने का मौका मिलता है और उसके इंटरेस्ट को एक्सप्लोर करने का अवसर भी होता है इसके साथ ही मल्टी निस ब्लॉग से डाइवर्स ऑडियंस को अट्रैक्ट करने का भी स्कोप होता है लेकिन मल्टी निस ब्लॉग बनाने से पहले नए ब्लॉगर को ध्यान में रखना चाहिए कि यह ज्यादा समय और मेहनत मांगता है सफलता पाने के लिए मल्टी निस ब्लॉग पर कंसिस्टेंट और हाई क्वालिटी कंटेंट तैयार करना जरूरी है अगर सही तरीके से मैनेज किया जाए तो मल्टी निस ब्लॉग से पैसा कमाना भी मुमकिन है लेकिन इसमें पेशेंस और डेडीकेशन की जरूरत होती है। [Common Blogging Mistakes in Hindi]
#5 – Blog का SEO को गलत करने के नुकसान
ब्लॉक का SEO न करने से रैंकिंग मिलना मुश्किल हो सकता है और बिना SEO के ब्लॉग वेबसाइट से पैसे कमाना भी आसान नहीं है SEO या सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन एक महत्वपूर्ण हिस्सा है ऑनलाइन विजिबिलिटी और ऑर्गेनिक ट्रैफिक बढ़ाने में SEO के बिना ब्लॉक की रैंकिंग सर्च इंजन रिजल्ट पेज (SERPs) में काम हो सकती है और ट्रैफिक भी कम आता है नए ब्लॉग्स को बिना SEO के आर्टिकल लिखना नहीं चाहिए क्यों की SEO ऑप्टिमाइज्ड कंटेंट ही सर्च इंजन में अच्छी रैंकिंग पता है और ऑडियंस तक पहुंचता है बिना SEO के ब्लॉग लिखने से ब्लॉग की विजिबिलिटी और रीच पर असर होता है और इससे कम ट्रैफिक और कम रेवेन्यू भी हो सकता है इसलिए SEO का महत्व समझाना और उसका इस्तेमाल करना ब्लॉगिंग जर्नी में जरूरी है। [Common Blogging Mistakes in Hindi]
#6 – SEO Friendly Article गलत लिखना
SEO फ्रेंडली आर्टिकल ना लिखने से कई नुकसान हो सकते हैं जैसे कि कम ट्राफिक कम विजिबिलिटी और कम इंगेजमेंट नए ब्लॉग्स को SEO फ्रेंडली आर्टिकल लिखना जरूरी है क्योंकि यह उनके कंटेंट को सर्च इंजंस में ज्यादा दिखने मैं मदद करता है और ऑडियंस तक पहुंच जाता है SEO फ्रेंडली आर्टिकल लिखने से आर्टिकल की रैंकिंग में इंप्रूवमेंट होती है और ऑर्गेनिक ट्रैफिक बढ़ता है इसके साथ ही SEO फ्रेंडली आर्टिकल लिखने से कंटेंट की क्रेडिबिलिटी और अथॉरिटी भी बढ़ती है जो रीडर के लिए भी महत्वपूर्ण होती है इसलिए SEO फ्रेंडली आर्टिकल लिखना है एक नए ब्लॉगर्स के लिए महत्वपूर्ण कदम है जो उनकी ब्लॉगिंग जर्नी को सफल बनाने में मदद करता है। [Common Blogging Mistakes in Hindi]
#7 – Sub Domain या Free Blog बनाना
सब डोमेन या फ्री ब्लॉग बनाने से कुछ नुकसान हो सकता है जैसे कि कम कंट्रोल लिमिटेड कस्टमाइजेशन ऑप्शंस और ब्रांडिंग की कमी सब डोमेन का इस्तेमाल करने से वेबसाइट की क्रिएटिविलटी और प्रोफेशनल अप्यंस पे असर पड़ सकता है जो वेबसाइट की रैंकिंग और ऑडियंस इंगेजमेंट को प्रभावित कर सकता है इसके अलावा ऐडसेंस अप्रूवल के लिए भी शब् डोमेन या फ्री ब्लॉग से अप्रूवल मिलना मुश्किल हो सकता है क्यों की ऐडसेंस सर्टेन क्विकली स्टैंडर्ड और डोमेन रिटायरमेंट को मानता है नए ब्लॉग्स को शब् डोमेन या फ्री ब्लॉग का इस्तेमाल करने से पहले ध्यान में रखना चाहिए कि यह उनके लॉन्ग टर्म गोल और ब्रांडिंग के साथ कैसे जुड़ता है अक्सर अपनी खुद की डोमेन और होस्टिंग का इस्तेमाल करना वेबसाइट की क्रेडिबिलिटी और कंट्रोल को बढ़ाता है और ऐडसेंस अप्रूवल के लिए भी मददगार होता है। [Common Blogging Mistakes in Hindi]
#8 – Blog शुरू करने से पहले Planning करें
ब्लॉग करने से पहले प्लानिंग करना एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि सही प्लानिंग के बिना ब्लॉगिंग जर्नी चैलेंजिंग हो सकती है और देसी रेट रिजल्ट मिलना मुश्किल हो सकता है प्लानिंग के माध्यम से ब्लॉगर्स अपने गोल को स्पष्ट कर सकते हैं अपने टारगेट ऑडियंस को समझ सकते हैं और अपने कंटेंट स्टडी को तैयार कर सकते हैं सही प्लानिंग के साथ ब्लॉगर्स अपने ब्लॉग को सर्च इंजन में अच्छी रैंकिंग दिलाने और ऑडियंस तक पहुंचाने के लिए स्ट्रैटेजिस बना सकते हैं आजकल के बहुत से ब्लॉगर्स प्लानिंग के महत्व को समझ सकते हैं और अपने ब्लॉगिंग जर्नी को सिस्टमैटिक तरीके से निकलते हैं प्लानिंग करके काम करने से ब्लॉगर्स अपने कंटेंट को ऑर्गेनाइज कर सकते हैं और अपने कंटेंट और अपने ब्लॉगिंग गोल को अचीव करने के लिए डायरेक्शन प्रदान कर सकते हैं ओवरऑल प्लानिंग एक ब्लॉग्स की सफलता की दिशा में महत्व भूमिका अदा करता है। [Common Blogging Mistakes in Hindi]
#9 – Keyword Research न करें
कीवर्ड रिसर्च न करने से वेबसाइट पर इंप्रेशन आना मुश्किल हो सकता है क्यों की कीवर्ड रिसर्च के बिना समझना कि लोग किस तरह के क्यूरीस सर्च इंजंस में डाल रहे हैं और उन क्यूरीस पर कंटेंट तैयार करना इंपॉर्टेंट होता है अगर ब्लॉगर्स Keyword Research ना करते हैं तो उनका कंटेंट अपने टारगेट ऑडियंस तक नहीं पहुंच सकता और सर्च इंजन रिजल्ट पेजस (SERPS) में कम विजिबिलिटी पाता है आजकल के अधिकतर न्यू ब्लॉगर्स कीवर्ड रिसर्च का महत्व समझते हैं और अपने कंटेंट को (SEO) फ्रेंडली बनाने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं कीवर्ड रिसर्च करके ब्लॉगर्स अपने कंटेंट को ऑप्टिमाइज कर सकते हैं और रेलीवेंट और वैल्युएबल इनफॉरमेशन प्रोवाइड करते हैं और अपने ऑडियंस को अट्रैक्ट और कर सकते हैं ओवरऑल कीवर्ड रिसर्च करके ब्लॉगिंग के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है और सफलता पाने में मदद करता है
#10 – Post का URL बार-बार Change करना
पोस्ट का यूआरएल बार-बार बदलने से कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती है जैसे कि SEO में गिरावट ब्रोकन लिंक और यूजर कन्फ्यूजन यूआरएल को बार-बार बदलना सर्च इंजन के लिए कंटेंट के क्रेडिबिलिटी और रेलीवेंस को प्रभावित कर सकता है और इससे रैंकिंग में भी नुकसान हो सकता है सही तरीके से यूआरएल तैयार करना, SEO के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सर्च इंजन को कंटेंट के टॉपिक और कॉन्टेक्स्ट के बारे में सही जानकारी देता है अगर यूआरएल सही तरीके से नहीं है तो सर्च इंजंस और यूजर दोनों को कंटेंट तक पहुंचने में दिक्कत हो सकती है पोस्ट का यूआरएल तैयार करते समय कीबोर्ड इंक्लूजन और कॉन्शियस होना भी ध्यान में रखना जरूरी है ताकि यूजर्स और सर्च इंजंस दोनों को कंटेंट की समझ और एक्सेस में आसानी हो। [Common Blogging Mistakes in Hindi]
#11 – Article में आधी-अधूरी जानकारी लिखना
आर्टिकल लिखते समय अधूरी या गलत जानकारी लिखने से वेबसाइट की रैंकिंग में नुकसान हो सकता है क्योंकि सर्च इंजन जैसे गूगल कंटेंट के क्वालिटी और अथॉरिटी को महत्वपूर्ण मानते हैं अधूरी जानकारी से आर्टिकल की क्रेडिबिलिटी पर असर पड़ता है और रीडर को सही जानकारी मिलने में दिक्कत होती है गूगल हाई क्वालिटी और वैल्युएबल कंटेंट को इनकरेज करता है और अधूरी जानकारी वाले आर्टिकल को कम परफॉर्मेंस देता है अगर आर्टिकल में अधूरी जानकारी है तो गूगल एक्शन अप्रूवल में भी प्रॉब्लम हो सकती है क्योंकि गूगल क्वॉलिटी स्टैंडर्ड और गाइडलाइंस को फॉलो करने की डिमांड करता है इसलिए जब भी आर्टिकल लिखना लिखा जाए सही और पूरा रिसर्च करना और ऑथेंटिक इनफॉरमेशन प्रोवाइड करना महत्वपूर्ण है ताकि रीडर को सही और वैल्युएबल कंटेंट मिल सके और वेबसाइट की रैंकिंग भी इंप्रूव हो सके। [Common Blogging Mistakes in Hindi]
#12 – Blog को ज्यादा Design करना
ब्लॉग को ज्यादा डिजाइन करने या ना करने से कोई मतलब नहीं होता है गूगल ऐडसेंस अप्रूवल सभी वेबसाइट में मिलता है क्योंकि ऐडसेंस का अप्रूवल प्रोसेस मैनली कंटेंट क्वालिटी और वेबसाइट पॉलिसीज को फॉलो करने पर निर्भर करता है ज्यादा डिजाइन की वेबसाइट स्लो हो सकती है क्योंकि हैवी डिजाइन एलिमेंट्स और प्लगिंस वेबसाइट की स्पीड को इफेक्ट कर सकते हैं ज्यादा डिजाइन करने से वेबसाइट का लोड टाइम भी बढ़ सकता है जो यूजर एक्सपीरियंस को भी प्रभावित करता है और रैंकिंग को कम कर सकता है वेबसाइट को डिजाइन करने के लिए लाइट वेट और रेस्पॉन्सिव थीम्स का इस्तेमाल करना चाहिए जो फास्ट लोडिंग और यूजर फ्रेंडली होते हैं सही थीम्स का चयन करना और मिनी मलिस्ट डिजाइन अप्रोच अडॉप्ट करना वेबसाइट की परफॉर्मेंस और यूजर इंगेजमेंट को सुधर सकता है जो की अल्टीमेटली वेबसाइट की रैंकिंग को भी इंप्रूव कर सकता है। [Common Blogging Mistakes in Hindi]
#13 – लगातार काम न करना
ब्लॉग वेबसाइट में लगातार काम करने से जल्दी रैंक होना पॉसिबल है लेकिन इसमें कुछ फैक्टर होते हैं जो इनफ्लुएंस करते हैं लगातार काम करने से वेबसाइट पर फ्रेश कंटेंट का अवेलेबिलिटी होता है जो सर्च इंजंस को अट्रैक्ट करता है और वेबसाइट की क्रेडिबिलिटी को भी बढ़ता है लेकिन कुछ लोग ब्लागिंग में लगातार काम नहीं करते और इसे छोड़ देते हैं क्योंकि ब्लागिंग में सफलता पाना लंबा और निर्यात है और पेशेंस की जरूरत होती है ऐडसेंस अप्रूवल के लिए कितने आर्टिकल होने चाहिए इसमें कोई फिक्स अकाउंट नहीं होता है लेकिन जनरली कम से कम 15 20 हाई क्वालिटी आर्टिकल होना चाहिए जो रेलीवेंट और वैल्युएबल इनफॉरमेशन प्रोवाइड करते हैं इसके अलावा वेबसाइट का डिजाइन भी प्रोफेशनल और यूजर फ्रेंडली होना चाहिए और वेबसाइट पर इंपॉर्टेंट पेज और नेविगेशन भी होने चाहिए जो ऐडसेंस अप्रूवल के लिए महत्वपूर्ण है। [Common Blogging Mistakes in Hindi]
#14 – High Quality Content ना लिखना
हाई क्वालिटी कंटेंट ना लिखने से कई नुकसान होते हैं जो एक ब्लॉग विकास और सफलता के लिए महत्वपूर्ण है अगर लोगों में हाई क्वालिटी कंटेंट ना हो तो यूजर इंगेजमेंट ट्रैफिक और ओवरऑल क्रेडिबिलिटी पर असर पढ़ सकता है इसके अलावा सर्च इंजन रैंकिंग में भी समस्या आ सकती है क्योंकि सर्च इंजन हाई क्वालिटी कंटेंट को प्रेफर करते हैं और उन्हें हायर रैंकिंग देते हैं हाई क्वालिटी कंटेंट लिखने के बाद रैंकिंग में इंप्रूवमेंट देखने में कुछ समय लगता है क्योंकि यह बहुत से फैक्टर पर निर्भर करता है जैसे की कंपटीशन कीबोर्ड ऑप्टिमाइजेशन और बैक लिंक लेकिन अगर कंसिस्टेंट हाई क्वालिटी कंटेंट तैयार किया जाए और SEO हो बेस्ट प्रैक्टिस का प्लान किया जाए तो रैंकिंग में सुधार देखने में समय नहीं लगता है इसलिए हाई क्वालिटी कंटेंट लिखना एक ब्लॉग के लिए जरूरी है और अगर सही तरीके से किया जाए तो रैंकिंग में भी इंप्रूवमेंट देखने का मौका मिल सकता है।[Common Blogging Mistakes in Hindi]
#15 – URL में Mistakes करना
URL मिस्टेक्स करने से कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं जिनमें सबसे प्रमुख हैं सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) की कमी डुप्लीकेट कंटेंट और ब्रोकन लिंक इन गलतियों के करने आपकी वेबसाइट की रैंकिंग घट सकती है और गूगल सर्च में विजिबिलिटी पर बुरा असर पड़ सकता है अगर आप सीरियस मिस्टेक्स करते हैं तो आपकी वेबसाइट को गूगल सर्च रिजल्ट से डिलीट भी किया जा सकता है इसलिए SEO गाइडलाइंस का पालन करना और सही यूआरएल स्ट्रक्चर का इस्तेमाल करना बेहद महत्वपूर्ण है अगर आप अपनी वेबसाइट की विजिबिलिटी और रैंकिंग को बढ़ाना चाहते हैं
#16 – Low Quality Content लिखना
लो क्वालिटी कंटेंट लिखने का अर्थ होता है कि आपकी लिखी गई कंटेंट में क्वालिटी अथॉरिटी और वैल्यू की कमी होती है ऐसे कंटेंट में ग्रामेटिकल एरर्स इरेलीवेंट इनफॉरमेशन या फिर कॉर्पोरेट मटेरियल हो सकती है लो क्वालिटी कंटेंट लिखने से वेबसाइट की रैंकिंग और क्रेडिबिलिटी पर बुरा असर पढ़ सकता है क्योंकि सर्च इंजंस हाई क्वालिटी कंटेंट प्रेफर करते हैं और यूजर भी वैल्युएबल और रेलीवेंट रेलीवेंट इनफॉरमेशन की तलाश करते हैं ऐडसेंस अप्रूवल लेने में भी दिक्कत आ सकती है अगर आपकी वेबसाइट पर लो क्वालिटी कंटेंट मौजूद है इससे पहले की लो क्वालिटी कंटेंट लिखने आपको ऑडियंस के इंटरेस्ट और नीड्स को समझना चाहिए और रेलीवेंट इनफॉर्मेटिव और इंजीनियरिंग कंटेंट लिखने का प्रयास करना चाहिए। [Common Blogging Mistakes in Hindi]
#17 – शुरूआत में एक से अधिक Blog बनाना
शुरुआत में न्यू ब्लॉगर्स को एक से अधिक ब्लॉग बनाना चाहिए या नहीं यह एक संवेदनशील निर्णय है जो उनके ब्लॉगिंग गोल टाइम मैनेजमेंट और कंटेंट क्वालिटी पर डिपेंड करता है एक से अधिक ब्लॉक बनाना शुरुआत में ब्लॉग्स को अलग-अलग टॉपिक पर एक्सप्लोर करने और ऑडियंस को इंगेज करने का मौका देता है लेकिन अगर ब्लॉगर्स मल्टीप्ल को मैनेज करने में असफल होते हैं तो यह उनके लिए ओवर ओवरकमिंग हो सकता है और क्वालिटी पर बुरा असर पर बुरा असर डाल सकता है शुरुआत में एक से अधिक ब्लॉग बनाने से पहले ब्लॉगर्स को अपने इंटरेस्ट एक्सपर्टीज और अवेलेबल टाइम का ध्यान रखना चाहिए ताकि वह अपने ब्लॉग को इफेक्टिवली मैनेज कर सके और क्वालिटी कंटेंट को डिलीवरी कर सकें
#18 – Copy Past करना
न्यू blogs को कॉपी पेस्ट करना बिल्कुल भी नहीं चाहिए क्योंकि यह उनके क्रेडिबिलिटी रेपुटेशन और सक्सेस को नुकसान पहुंचाना पहुंच सकता है कॉपी पेस्ट करने से उनकी क्रेडिबिलिटी पर भी बुरा असर पड़ता है और ऑडियंस का विश्वास भी काम हो जाता है कॉपी पेस्ट करने से अक्सर डुप्लीकेट कंटेंट का खतरा भी होता है जो search engine में पेनल्टी के लिए कारण बन सकता है और वेबसाइट की रैंकिंग को भी गिर सकती है ऐडसेंस अप्रूवल भी मिलना मुश्किल हो जाता है अगर कंटेंट औरीजनल नहीं है कॉपी पेस्ट किया गया कंटेंट गूगल सर्च में आसानी से आ सकता है लेकिन इससे वेबसाइट की रेपुटेशन पर भी बुरा असर पड़ पड़ता है भारत में कुछ bloggers कॉपी पेस्ट करते हैं लेकिन मेजॉरिटी में ओरिजिनल और वैल्युएबल कंटेंट क्रिएट करने की कोशिश करती है ओरिजिनल और अथॉरिटी को मेंटेन करके भी ब्लॉगर्स अपनी ऑडियंस का विश्वास जीत सकते हैं और सक्सेसफुल ब्लॉगिंग जर्नी को शुरू कर सकते हैं। [Common Blogging Mistakes in Hindi]
#19 – Google AdSense पर निर्भर होना
कमाई के लिए Google AdSense पर निर्भर होना एक पॉप्युलर तरीका है लेकिन यह सिर्फ एक ऑप्शन है ब्लॉगिंग से पैसा कमाने का ब्लागिंग में मोबाइल ऐडसेंस के अलावा भी कई और तरीके होते हैं जैसे एफिलिएट मार्केटिंग स्पॉन्सरशिप कंटेंट डिजिटल प्रोडक्ट और मेंबरशिप हर ब्लॉगर को ऐडसेंस अप्रूवल मिलना जरूरी नहीं है कुछ ब्लॉगर्स अलग तरीकों से अपनी इनकम जनरेट करते हैं ऐडसेंस अप्रूवल मिलना हर ब्लॉगर के लिए हंड्रेड परसेंट पॉसिबल नहीं है क्योंकि गूगल स्ट्रिक्ट गाइडलाइन फॉलो करता है लेकिन अगर ब्लॉगर्स हाई क्वालिटी कंटेंट प्रोड्यूस करते हैं और गूगल के पॉलिसीज को फॉलो करते हैं तो उन्हें Google AdSense अप्रूवल मिलने के चांसेस बढ़ जाते हैं ओवरऑल ब्लागिंग में पैसे कमाने के लिए सोर्स का इस्तेमाल करना और अपने निस और ऑडियंस के अनुसार स्ट्रेटजी तैयार करना जरूरी है
#20 – Old Post Update न करना.
ओल्ड पोस्ट अपडेट ना करने से कई सारे फायदे हो सकते हैं जैसे कि कंटेंट का फ्रेश होना और सच इंजन में रैंकिंग होना साल में कुछ बार ओल्ड पोस्ट को अपडेट करना blogging स्ट्रेटजी का महत्वपूर्ण हिस्सा है ओल्ड पोस्ट का अपडेट करने से वेबसाइट पर फ्रेश कंटेंट का संकलन होता है और इससे रीडर को अपडेटेड और रेलीवेंट इनफॉरमेशन मिलती है इसके अलावा ओल्ड पोस्ट को अपडेट करके आप अपने SEO एफर्ट्स को भी पोस्ट कर सकते हैं क्योंकि अपडेटेड कंटेंट सर्च इंजन एल्गोरिथम को इंडिकेट करता है कि आपकी वेबसाइट एक्टिव और अथॉरिटी है ओल्ड पोस्ट को अपडेट करने से डोमेन अथॉरिटी में भी सुधार हो सकता है क्योंकि अपडेटेड कंटेंट पर ज्यादा ट्रैफिक आता है और ऑडियंस इंगेजमेंट भी बढ़ता है जो सर्च इंजन के लिए एक पॉजिटिव सिग्नल है
#21 – Blog को Promote न करना
Blog को प्रमोट न करने का अर्थ होता है कि आप अपने ब्लॉग को एक्टिवली audience तक पहुंचाने के लिए कोई efforts नहीं कर रहे हैं जब आप अपने Blog को प्रमोट करते हैं तो आपके पास ज्यादा ऑपच्यरुनिटीज होती है अपने कंटेंट को टारगेट ऑडियंस तक पहुंचाने की ब्लॉग प्रमोट करने से वेबसाइट को ज्यादा विजिबिलिटी मिलती है और ऑडियंस बेस भी बढ़ती है हर blogger को अपने ब्लॉग को प्रमोट करना चाहिए क्योंकि यह उनकी ऑडियंस को इंगेज करने और ट्रैफिक को बढ़ाने का एक इंपॉर्टेंट तरीका होता है ब्लॉग को प्रमोट करने के कई तरीके होते हैं जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल ईमेल मार्केटिंग सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन गेस्ट ब्लॉगिंग और नेटवर्किंग इन तरीके से ब्लॉगर्स अपने ब्लॉग को ऑडियो तक पहुंचा सकते हैं और अपनी ऑनलाइन पेशेंस बढ़ा सकते हैं
#22 – बिना Read किये आर्टिकल पब्लिश कर देना
बिना रीड किया आर्टिकल पब्लिक करने से कई नुकसान हो सकते हैं जैसे कि कंटेंट में इन एक्यूरेट इनफॉरमेशन और क्रेडिबिलिटी का नुकसान न्यू ब्लॉग्स को यह करना बिल्कुल नहीं चाहिए क्योंकि यह उनके ब्लॉग और रेपुटेशन को नुकसान पहुंचा सकता है जब आप बिना पढ़े आर्टिकल पब्लिश करते हैं तो आपकी क्रिएटिविटी पर भी असर पड़ता है और ऑडियंस का विश्वास कम हो जाता है अगर कंटेंट में मिस्टेक होते हैं तो यह सर्च इंजन रैंकिंग को भी प्रभावित कर सकता है और ऑडियंस इंगेजमेंट को कम कर सकता है नए ब्लॉग्स को अपने कंटेंट को अच्छे से रिसर्च करना और प्रॉफिटेबल होता है ताकि वह हाई क्वालिटी और रिप्लाईऐबल कंटेंट डिलीवर कर सके जो ऑडियंस को अपडेट करें और उनके विश्वास को जीत सके। [Common Blogging Mistakes in Hindi]
#23 – Blogging की गलतियों को कैसे सुधारें?
ब्लागिंग में गलतियां को सुधार कर अपनी ब्लॉगिंग जर्नी को बेहतर बनाने के लिए नए ब्लॉग्स को कुछ महत्वपूर्ण तरीके अपनाने चाहिए नए ब्लॉगर्स को ब्लॉगिंग की गलतियों से सीखना और उन्हें सुधार कर अपने स्किल को इंप्रूव करना जरूरी है कुछ आम गलतियां हैं जो नए ब्लॉग्स हमेशा करते हैं जैसे की इनकंसिस्टेंट पोस्टिंग शेड्यूल क्वालिटी कंटेंट की कमी SEO गाइडलाइंस का ध्यान ना देना और ऑडियंस इंगेजमेंट की कमी ने ब्लॉगर्स को इन गलतियों से बचने के लिए रेगुलर पोस्टिंग शेड्यूल मेंटेन करना चाहिए क्वालिटी कंटेंट प्रोड्यूस करना चाहिए जो ऑडियंस को इंगेज करके करें SEO बेस्ट प्रैक्टिस को फॉलो करना चाहिए और अपनी ऑडियंस के साथ एक्टिव इंटरेक्शन मेंटेन करना चाहिए इन तरीके से नए ब्लॉगर्स अपने ब्लॉगिंग जर्नी को सुधार सकते हैं और अपने ब्लॉगिंग गोल को अचीव कर सकते हैं
FAQ – Common Blogging Mistakes in Hindi
Q1 – ब्लॉगिंग कैसे की जाती है?
ब्लॉगिंग करने के लिए आपको wordpress को चलाना आना चाहिए और कंटेंट राइटिंग आनी चाहिए। इस वर्डप्रेस की मदद से आप ब्लॉगिंग कर सकते हैं।
Q2 – अपना खुद का ब्लॉग कैसे बनाएं?
सबसे पहले आपको होस्टिंग खरीदनी होगी फिर डोमेन नेम खरीदना होगा। जब आपका होस्टिंग डोमेन नेम आ जाए तभी आप खुद का ब्लॉग बना सकते हो।
Q3 – फ्री में ब्लॉग कैसे करें?
अगर आपको फ्री में ब्लॉक बनाना है तो आप गूगल का खुद का प्लेटफार्म है उसको इस्तेमाल कर सकते हो। उसका नाम blogger.com है। आप इसमें सारी चीज फ्री में कर सकते हो और अच्छा पैसा भी कमा सकते हो। लेकिन ब्लॉगर का इस्तेमाल करने से पहले आपको कोडिंग का नॉलेज होना चाहिए।
अंतिम शब्द – Common Blogging Mistakes in Hindi
आज की इसी पोस्ट पढ़कर आप लोग समझ गए होंगे की Common Blogging Mistakes इन hindi में हमने आपको पूरी जानकारी दी है। जो अक्सर नए ब्लॉगर करते हैं जो उन्हें इस ब्लॉगिंग फील्ड के बारे में कोई जानकारी नहीं होती। लेकिन इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप एक प्रो ब्लॉगर की तरह काम करोगे और यह छोटी-मोटी गलतियां कभी नहीं होगी। ब्लॉगिंग से रिलेटेड अगर आपको कोई भी सवालों के जवाब चाहिए तो आप मुझसे पूछ सकते हैं हम आपकी हर समस्याओं का समाधान निकाल कर देंगे।
Blogging एक ऐसाधवन प्लेटफॉर्म है जहां आप अपने विचार अनुभव और ज्ञान को दुनिया के साथ बांट सकते हो। पर कई बार ब्लागिंग में कुछ गलतियां हो जाती है जो आपको सफलता में रोक रोकने का कारण बन सकता है। हमारे ब्लॉक पर हर रोज पब्लिक किए जाने वाले आर्टिकल्स आपको blogging में मदद करने के तरीके और सुझाव देते हैं
अगर आप blogging सीख कर ऑनलाइन पैसा कमाना चाहते हैं तो हमारा ब्लाग आपके लिए महत्वपूर्ण वेबसाइट हो सकता है।
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