E-Commerce websites से पैसा कमाना आजकल एक पॉपुलर तरीका है अगर आप इस प्लेटफार्म पर अच्छी तरह काम करें तो आप महीने में 70000 से 80000 आसानी से कमा सकते हैं। ऑनलाइन एंटरप्रेन्योरशिप में जहाँ आपको अपने प्रोडक्ट या सर्विस को ऑनलाइन बेचने का मौका मिलता है. ये खास कर स्टूडेंट्स के लिए एक मज़ेदार विकल्प हो सकता है, क्योंकि इसमें शुरुआत करने के लिए ज़्यादा इन्वेस्टमेंट की ज़रूरत नहीं होती है। छात्रों, अपने शौक या रुचियों पर आधारित उत्पादों को ऑनलाइन बेच कर अच्छा पैसा कमा सकते हों।
इसे शुरू करने के लिए जरूरी नहीं है कि आप डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स करे, लेकिन ये एक फायदेमंद टूल है जो आपको online presence और सेल्स को बढ़ाने में मदद करता है. इसके बिना भी, आप SEO, सोशल मीडिया मार्केटिंग, और ऑनलाइन एडवरटाइजिंग के बेसिक कॉन्सेप्ट को सिख कर अपने बिजनेस को प्रमोट कर सकते हैं। समय और मेहनत के साथ, ई-कॉमर्स बिजनेस स्टूडेंट्स के लिए एक उत्साही और इफेक्टिव तरीका बन सकता है।
स्टूडेंट ई-कॉमर्स वेबसाइट से पैसे कैसे कमाए?
ई-कॉमर्स वेबसाइट से पैसा कमाना इतना आसान है कि अगर कोई बच्चा इसे सीख जाए तो वह अच्छा खासा पैसा कमा सकता है। अगर आप भी ई-कॉमर्स वेबसाइट बनाकर अपने प्रोडक्ट को सेल करना चाहते हैं और पैसा कमाना चाहते हैं तो आप मेरे बताए गए जानकारी को ध्यान से पढ़ें और उसे प्रेक्टिस करें।
#1 – E-commerce business model ki jankari
E-commerce ने बिजनेस चलाने के तौर को बदल दिया है, जिससे की दुकान के चार दिवाड़ी से बाहर ग्रोथ के नए रास्ते खुल गए हैं। छोटे बिजनेस ओनर्स जो डिजिटल स्पेस में expand करना चाहते हैं या अपने बिजनेस मॉडल को डिजिटल में बदलना चाहते हैं, उनके लिए अपने e-commerce बिजनेस मॉडल को परिभाषित करना बहुत जरूरी कदम है। ये ब्लॉग पोस्ट उन सब के लिए है जो ई-कॉमर्स के संभावित को उपयोग करके अपने टार्गेट मार्केट तक बेहतर तरीके से तैयार करते हैं और अपने अनूठे मूल्य प्रस्ताव का लाभ उठाते हैं।[e-commerce website se kitna paisa kamaya jata hai]
ई-कॉमर्स बिजनेस मॉडल को कई क्रांतिकारी में बांट सकते हैं जो ट्रांजैक्शन के प्रकार और इंवॉल्वड पार्टी के आधार पर निर्भर करता है यहां कुछ सबसे आम फ्रेमवर्क है इसे ध्यान से पढ़ें।
B2C (Business-to-Consumer): ई-कॉमर्स मॉडल, B2C का मतलब है सामान या सेवाओं का सीधा उपभोक्ताओं को बेचना। इस बारे में आप यहां किसी भी तरह के बुटीक की ऑनलाइन दुकान के बारे में सोच सकते हैं। इसलिए इसे b2c मॉडल कहा जाता है
B2B (Business-to-Business): ये मॉडल एक business से दूसरे business को प्रोडक्ट या सर्विस बेचने पर फॉक्स करता है. इसलिए इसे b2b मॉडल कहा जाता है
C2C (Consumer-to-Consumer): eBay जैसे प्लेटफॉर्म जहां यूजर्स दूसरे कंज्यूमर्स को गुड्स बेचते हैं, ये मॉडल फिट बैठता है। इसलिए इसे c2c मॉडल कहा जाता है
C2B (Consumer-to-Business):
B2C का उल्टा, इस मॉडल में individuals businesses को प्रोडक्ट या सर्विस बेचते हैं. फ्रीलांस प्लेटफार्म जैसे Upwork एक C2B basis पर ऑपरेट करते हैं। इसलिए इसे c2b मॉडल कहा जाता है
यह समझना की कौन सा मॉडल आपके ऑब्जेक्टिव के साथ परफेक्ट रहता है। आपके ई-कॉमर्स एंटरप्राइज के लिए ओवरऑल स्ट्रेटजी डिफाइन करने में बहुत जरूरी है।
आपके ऑडियंस को जाना क्रिटिकल है। ऑनलाइन, आपका टारगेट मार्केट आपके walk-in customers से अलग हो सकता है. डेमोग्राफी डाटा, कस्टमर फीडबैक, और मार्केट रिसर्च का इस्तेमाल करके डिफाइन कीजिए कि आप ऑनलाइन किसको बेच रहे हैं। क्या तकनीक-प्रेमी के यंगेस्ट या जागरूक माता-पिता हैं? प्रोफाइल जितनी क्लियर होगी, आपकी मार्केटिंग एफर्ट्स उतनी ही टारगेट हो सकती हैं।[e-commerce website se kitna paisa kamaya jata hai]
#2 – e-commerce बिजनेस शुरू करने के दो तरीके
1. e-commerce platform ko Choose karo
अगर आप कमर्स बिजनेस शुरू करने के बारे में सोच रहे हो तो सबसे पहले आपको ई-कॉमर्स प्लेटफार्म को सेलेक्ट करना होगा। एक ऑनलाइन स्टोर शुरू करना किसी भी छोटे बिजनेस ओनर के लिए एक रोमांचक सफर हो सकता है अपने ब्रांड को पॉपुलर करने से लेकर अपने प्रोडक्ट को ऑनलाइन शेयर करने तक हर कदम आपके सक्सेसफुल ई-कॉमर्स वर्चुअल के सपने की तरफ ले जाता है। लेकिन डिजिटल ई-कॉमर्स के इस बवंडर में उलझे जाने से पहले एक महत्वपूर्ण तरीका है जो आपके ऑनलाइन सफलता के आधार पर है और वह है सही कॉमर्स प्लेटफार्म का चुनाव करना। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम तीन लोकप्रिय ई-कॉमर्स वेबसाइट बिल्डर्स के बारे में बात करेंगे जो छोटे बिजनेस की जरूरत को पूरा करते हैं और आपको ऑनलाइन सफल की राह पर ले जा सकते हैं।[e-commerce website se kitna paisa kamaya jata hai]
शोपिफाई सबसे पॉपुलर प्लेटफार्म है क्योंकि यह बहुत ही स्ट्रांग और easy to use है, इसमें बहुत सारे ऐड-ऑन टूल्स और फीचर्स है जो ड्रॉप शिपिंग और ओमनीचैनल सेलिंग को आलो करते हैं तो आप अपनी वेबसाइट के जरिए सोशल मीडिया पर या और भी जगह भेज सकते हैं
Wix:
Wix एक वेबसाइट बिल्डर है जो एक आसन ड्रैग-एंड-ड्रॉप मेथड प्रोवाइड करता है जिसमें बहुत सारे कस्टमाइज़ टेंपलेट्स और डिजाइन फीचर्स होते हैं। इससे ई-कॉमर्स प्लेटफार्म के रूप में इस्तेमाल करने के लिए, आपको एक पैड प्लान पर अपग्रेड करना होगा. Wix में सभी जरूरी फीचर्स उपलब्ध हैं जैसे कि ऑर्डर की ट्रैकिंग, ओमनीचैनल सेलिंग, और ऐड-ऑन टूल्स। यानी की, Wix एक फ्लेक्सिबल और comprehensive platform है जो आपको अपनी वेबसाइट को डिजाइन करने और ई-कॉमर्स के लिए इस्तेमाल करने में मदद करता है, लेकिन इसके एडवांस्ड फीचर्स के लिए आपको प्रीमियम प्लान का इस्तेमाल करना पड़ेगा.
BigCommerce: BigCommerce एक ई-कॉमर्स प्लेटफार्म है जो एंटरप्राइज लेवल सॉफ्टवेयर कंपनी द्वारा इस्तेमाल होता है इसमें आपको अपने जरूर के हिसाब से बहुत सारी कस्टमाइज ऑप्शन मिलती है इसके साथ ही यह SEO टूल और इंटरनेशनल सेलिंग जैसे पावरफुल फीचर्स को इनेबल करता है। यानी BigCommerce एक इफेक्टिव और पावरफुल प्लेटफार्म है जो बड़े सॉफ्टवेयर कंपनी के लिए बना है और इसमें आपको SEO और इंटरनेशनल सेलिंग जैसे इंर्पोटेंट फीचर्स मिलते हैं।
WooCommerce: WooCommerce वर्डप्रेस के लिए एक आसान ट्रांसलेशन प्रोवाइड करता है जो ई-कॉमर्स में इंटरेस्टेड है यह एक फ्री प्लगइन है जो आपके वर्डप्रेस वेबसाइट को एक फुली फंग्शनल ऑनलाइन स्टोर में कन्वर्ट करता है। अगर आप वर्डप्रेस के साथ ऑलरेडी फैमिलियर है और एक ऑनलाइन स्टोर सेटअप करना चाहते हैं तो वह WooCommerce एक सूटेबल ऑप्शन हो सकता है जो आपके वर्डप्रेस साइट को ecommerce इंस्टॉल में कन्वर्ट करता है[e-commerce website se kitna paisa kamaya jata hai]
2. Apni website se e-commerce business shuru Kare
इ-कॉमर्स वेबसाइट बनाने के लिए कई चीजों को ध्यान में रखा जाता है नीचे दिए गए जानकारी को ध्यान से पढ़ें। इनमें से सभी चीज आपके बहुत काम आएगी।
Planning
ई-कॉमर्स वेबसाइट बनाने के लिए प्लानिंग बहुत जरूरी है क्योंकि यह परिसर और बड़े स्केल का प्रोजेक्ट होता है आपको यह जानना चाहिए कि कब और कैसे काम करना है। यह प्लानिंग काम को और सिस्टमैटिक और इफेक्टिव बनाती है जिससे आप अपने बिजनेस में ग्रोथ ला सकता हैं
1. Business Objective: प्लानिंग के जरिए आप अपने बिजनेस के लिए क्लियर ऑब्जेक्टिव और गोल सेट कर सकते हैं, जो आपको सेल्स, कस्टमर, प्रोडक्ट, और ग्रोथ के एरिया में गाइड करते हैं। इसलिए बिजनेस ऑब्जेक्टिव बहुत ही जरूरी होता है।
2. Target Audience: इस प्लानिंग की वजह से आपको अपने टारगेट ऑडियंस को समझने मैं मदद करती है आपको पता चलता है कि कौन है आपके कस्टमर और उनकी जरूरत क्या है। इससे हमें अपने टारगेट ऑडियंस का पता चलता है।
3. Website Features: इस प्लानिंग से आप डिसाइड करते हैं कि आपकी वेबसाइट में कौन से फीचर्स होने चाहिए जैसे कि सर्च फंक्शनैलिटी, प्रोडक्ट कैटिगरीज, पेमेंट गेटवे और कस्टमर सपोर्ट इन सारी चीजों की डिमांड आप इस प्लानिंग से कर सकते हैं
4. Technology Selection: इस प्लानिंग से आप टेक्नोलॉजी का प्लेटफार्म डिसाइड करते हैं जो आपकी रिटायरमेंट को बेस्ट करेगा। आपके पास क्या है कौन से टूल है कौन से प्लगइन है इन सबका प्लानिंग आप के जारी कर सकते हैं।
5. Resource Allocation: इस प्लानिंग में आप रिसोर्स जैसे की बजट हो गया, टीम मेंबर्स और टाइम को एलोकेट कर करते हैं, जोकि एग्जीक्यूशन के लिए आसानी होता है इसलिए इस प्लानिंग का इस्तेमाल करते हैं।
6. Marketing Strategy: ई-कॉमर्स प्लानिंग में मार्केटिंग का भी बहुत इंपॉर्टेंट रोल होता है आपको यह डिसाइड करना होता है कि आप ऑनलाइन मार्केटिंग कैसे उसे करेंगे अपने वेबसाइट को कैसे प्रमोट करेंगे यह सारा चीज इस प्लानिंग में आ जाता है
7. Risk Management: इस प्लानिंग के जरिए आप आईडेंटिफाई करते हैं कि कौन सी चैलेंज है जैसे की कंपटीशन, लॉजिस्टिक, पेमेंट इशू, और उनका इफेक्टिव सॉल्यूशन भी प्लान कर सकते हैं यह सारा चीज आप हम इस प्लानिंग में आराम से कर सकते हैं। इन सभी फैक्टर को प्लानिंग के थ्रू एड किया जाता है ताकि हम इस इ-कॉमर्स फील्ड में सक्सेस बन सके।[e-commerce website se kitna paisa kamaya jata hai]
#3 – Apni website ko customise Kare
जब आप अपनी वेबसाइट के कस्टमाइज करते हैं तब कुछ जरूरी बातों का ध्यान देना बहुत जरूरी हो जाता है ताकि आपकी वेबसाइट अट्रैक्टिव और यूजर फ्रेंडली और इफेक्टिव हो सके। सबसे पहले आपका अपने टारगेट ऑडियंस और बिजनेस को समझना होगा ताकि आप अपनी वेबसाइट का डिजाइन और कंटेंट उनके जरूरत और एक्सपेक्टेशन के अनुसार कस्टमाइज कर सके
यूजर एक्सपीरियंस को अहमियत देना चाहिए जैसे की easy navigation, readable content, और clear calls-to-action buttons, मोबाइल रिस्पांस का ध्यान रखना भी जरूरी है ताकि यूजर सभी डिवाइस से आपकी वेबसाइट को एक्सेस कर सके। ब्रांडिंग का कंसिस्टेंसी मेंटेन करना भी इंपोर्टेंट है जिसमें ब्रांड कलर, लोगो डिजाइन, और ओवरऑल डिजाइन शामिल होते हैं।
लोडिंग टाइम को भी ऑप्टिमाइज करना बहुत जरूरी है ताकि यूजर्स को फास्ट और स्मूथ ब्राउजिंग एक्सपीरियंस मिल सके इसके अलावा कंपलेक्स डिजाइन अवॉइड करना चाहिए, ताकि वेबसाइट क्लीन और प्रोफेशनल दिखे और बिना purpose के excessive elements या distractions से बचना चाहिए जो यूजर अटेंशन को बेकार कर सकते हैं।[e-commerce website se kitna paisa kamaya jata hai]
वेबसाइट को कस्टमाइज करने के कुछ पॉइंट्स नीचे लिखे गए हैं:
1. | Template Style (Template Ka Style) |
2. | Rang Aur Design (Colors and Design) |
3. | Font Style (Font Ka Style) |
4. | Web Developer Ya Graphic Designer Ka Istemal (Using a Web Developer or Graphic Designer) |
5. | Wireframe Banana (Wireframe Creation) |
6. | Navigation Ka Dhyan (Navigation Planning) |
इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए आप अपने वेबसाइट का डिजाइन और डेवलपमेंट शुरू करें प्रोफेशनल और यूजर फ्रेंडली डिजाइन आपकी कस्टमर को अट्रैक्ट करेगा और आपकी वेबसाइट को सक्सेसफुल बनाने में मदद करेगा।
इसके साथ-साथ आपको कुछ और पेज और एलिमेंट ऐड करने होंगे जैसे की:
Homepage (what customers will see first)
Category pages, including a product page for browsing and selecting
Shopping cart and checkout pages
About us (who you are, what you sell, your brand’s mission)
Contact information
Search engine within your site
Email subscription form
Legal information, such as terms and conditions and privacy policy
#4 – Website mein online store setup Kare
अब वक्त है अपने प्रोडक्ट को पेज पर लोड करने का कुछ जरूरी चीज हैं जिन्हें जरूर करना चाहिए, प्रोडक्ट का फोटो और ब्रांड के अनुसार प्रोडक्ट डिस्क्रिप्शन इससे आपके प्रोडक्ट को कंपटीशन से अलग दिखा सकते हैं। अगर आपके पास कई तरह के ऑफर है तो आप उसे ऑफर को अपने पेज में दिखा सकते हैं इससे कस्टमर आपके ऑफर को देखकर आपके प्रोडक्ट को खरीद सकता है[e-commerce website se kitna paisa kamaya jata hai]
#5 – Apni website ko launch Kare
जब आप अपनी वेबसाइट को फाइनल कर लेते हैं तो वह लॉन्च करने के लिए तैयार हो जाती है। डिजिटल मार्केटिंग के साथ प्रयोग करें ताकि कस्टमर को आकर्षित किया जा सके। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने प्रोडक्ट या सर्विस की लाइफस्टाइल इमेज पोस्ट करें यह आपका मौका है दुनिया को दिखाने का क्या बना रहे हैं क्या लांच कर रहे हैं, लॉन्च प्रमोशन के लिए स्पॉन्सर्ड पोस्ट या एड का इस्तेमाल करके आपने ब्रांड की अवेयरनेस को बढ़ा सकते हैं। गूगल और फेसबुक एड्स आपक बिजनेस को शुरुआती दिनों में आसानी से चलाने में मदद कर सकते है।[e-commerce website se kitna paisa kamaya jata hai]
#6 – E-commerce website banane ke liye Kitna Paisa lagta hai?
E-commerce platform:- ई-कॉमर्स प्लेटफार्म के बारे में एक बेसिक Shopify plan भी काफी होता है इसमें आपको $39 हर महीने देना होगा, या फिर $468 1 साल का प्राइस है, और इसमें वह सब कुछ मिलता है जो आपको अपने ऑनलाइन बिजनेस शुरू करने के लिए चाहिए इस तरह के प्लेटफार्म के साथ कनेक्ट रहे कर आप अपनी ई-कॉमर्स के जर्नी आराम से तय कर सकते हैं और सक्सेस हो सकते हैं
कुछ प्लेटफार्म में डोमेन नेम और होस्टिंग का ऑप्शन इंक्लूड होता है, जबकि दूसरे प्लेटफार्म पर इन्हें अलग से खरीदना पड़ता है। एक डोमिन का खर्चा ज्यादा से ज्यादा एक से $5 के आसपास होता है। वही होस्टिंग की बात करें तो उसका खर्चा कुछ $500 से $700 हो सकता हैं। [e-commerce website se kitna paisa kamaya jata hai]
#7 – E-commerce website tips
ई-कॉमर्स वेबसाइट का इस्तेमाल करते वक्त आपको कुछ इंपॉर्टेंट बातों की जानकारी होनी चाहिए इससे आपको बहुत फायदा हो सकता है जैसेकी:
1. Display customer reviews.
2. Make use of stock images.
3. Improve your e-commerce SEO.
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FAQ
ई कॉमर्स से मैं कितना कमा सकता हूं?
अगर आप यह सोचते हो की ई-कॉमर्स का बिजनेस शुरू करने से आप काफी ज्यादा पैसे कमा सकते हो तो यह बात सही है लेकिन ज्यादा पैसा कमाने के लिए आपको जानकारी के साथ-साथ मेहनत भी करनी पड़ेगी।
भारत में ई कॉमर्स की सैलरी कितनी है?
अगर हम भारत में ई-कॉमर्स की सैलरी कितनी है इसके बारे में बात करें तो 10% लोग ई-कॉमर्स करके अच्छा खासा पैसा कमा रहे हैं उनमें से 1% लोग ही बहुत ज्यादा पैसा कमा रहे हैं, और अगर आपको भी ई-कॉमर्स सीखना है तो आप भी सीख सकते हो और पैसे कमा सकते हो।
भारत में ईकॉमर्स वेबसाइट की कीमत कितनी होनी चाहिए?
अगर न्यू वेबसाइट है तो भारत में ई-कॉमर्स वेबसाइट की कीमत ज्यादा से ज्यादा 50 से 80 हजार के आसपास हो सकती है और 1 से 5 साल पुरानी वेबसाइट हो तो उस वेबसाइट की कीमत 10 से 15 लाख की होती ही है।
ई कॉमर्स वेबसाइट बनाने में कितना खर्च आता है?
अगर आप ई-कॉमर्स वेबसाइट बनाने के बारे में सोच रहे हो तो स्टार्टिंग में आपको कम पैसे में अपना बिजनेस स्टार्ट करना चाहिए जब वह अच्छे से चलने लगे तो आप अच्छा खासा पैसा कमा सकते हो। फिर आप अपनी खुद की वेबसाइट या खुद के ब्रांड के हिसाब से जितना खर्च कर सकते हो करना।
अंतिम शब्द – E-Commerce Website se kitna paisa kamaya jata hai
मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी यहां E-Commerce Website se kitna paisa kamaya jata hai, यह जानकारी मिल गई होगी अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा तो प्लीज आप लोग मुझे कमेंट करके जरूर बताना कि आपने ई-कॉमर्स वेबसाइट से कितना पैसा कमाया। मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है कि मैं अपने रीडर्स को अच्छी जानकारी दो जिससे वह पढ़कर सीधा एक्शन ले सके।
इस पोस्ट को पढ़ने के बाद जब आप ई-कॉमर्स वेबसाइट बनाओगे तब आपकी बचत भी होगी और एक ही पोस्ट में सारी इनफार्मेशन मिल जाएगी, अगर तब भी आपको कोई भी डाउट हो तो आप बेझिझक होकर नीचे कमेंट लिख सकते हैं।
और अगर आपको इससे कुछ अच्छी जानकारी मिली हो तो आप इस पोस्ट को सोशल मीडिया द्वारा शेयर कर सकते हैं जैसे कि Instagram, Twitter, telegram etc.